साइबर ठग एलियन नहीं हैं -डरें नहीं -मुकाबला करें.



आज हम आपको स्टेप बाई स्टेप बताने जा रहे हैं वह प्रक्रिया, जिसका पालन आपको करना है तब-जब आप या आपका कोई जानने वाला साइबर अपराध का शिकार बनता है, सबसे पहले घबराने की या ब्लड प्रेशर लो करने जैसी कोई बात नहीं है। हम आपको जैसे जैसे बता रहे हैं आप वैसे वैसे नियमों का पालन करें और साइबर अपराधियों से सफलता पूर्वक निबटें.निम्न आसान स्टेप्स की मदद से आप भारत में साइबर क्राइम की शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं-

🌑 स्टेप 1: तनाव न लें, सभी सबूत सुरक्षित रखें-

सबसे पहले आप ये जान लें कि साइबर अपराधी कोई आकाश से उतरे हुए एलियन नहीं हैं, वे हमारे बीच के ही पढ़े लिखें लोग हैं इसलिए धैर्य बनाये रखते हुए निम्न जानकारी इकट्ठा करें-

✒️ठगी से संबंधित फोन पर जो भी चैट हो, फोटो हो उसकी स्क्रीनशॉट.

✒️जो भी कॉल ठगी से संबंधित आई है, व्हाट्सएप्प चैट्स (क्योंकि साइबर ठग व्हाट्सएप्प वीडियो कॉल ही करते हैं), जो ईमेल आई है या जो आपने ट्रांजैक्शन किया है उसकी डिटेल्स.

✒️ साइबर फ्रॉड करने वाले ठग का मोबाइल नंबर, ईमेल ID या उसकी वेबसाइट का लिंक (जिस पर साइबर ठग आपसे जुड़ने के लिए कहता है या जिसे अपलोड करने के लिए दबाव डालता है)

🌑 स्टेप 2: साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत कॉल -

✒️1930 भारत सरकार की राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन है। भारत सरकार द्वारा यह नंबर विशेष रूप से ऑनलाइन बैंकिंग और फाइनेंशियल फ्रॉड के लिए जारी किया गया है। जिस पर अगर आप जल्द से जल्द लगभग 24 घंटे के अंदर कॉल करते हैं, तो पुलिस और बैंक मिलकर आपके पैसे की रिकवरी की कोशिश करने में सफल हो सकते हैं.

✒️ अगर आपको साइबर ठग से बात करते समय या फिर साइबर ठग के सम्पर्क में रहते हुए ही यह लग गया है कि आपके साथ साइबर ठगी की जा रही है तो इस आपात स्थिति में आप तुरंत 112 नंबर पर कॉल करें।

🌑 स्टेप 3: साइबर क्राइम पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें

✒️ साइबर क्राइम पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत करने के लिए आपको सरकारी वेबसाइट पर जाना होगा, जो निम्न है-

https://cybercrime.gov.in

✒️ इस वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें-

✒️गूगल एड्रेस बार में वेबसाइट का लिंक डालकर वेबसाइट को ओपन करें और “Report Other Cyber Crime” पर क्लिक करें।

✒️वेबसाइट पर अपना मोबाइल नंबर डालें , जिससे आपको एक OTP प्राप्त होगा, फिर आप उस OTP से लॉगिन करें.

✒️ अब "File a Complaint” पर क्लिक करें।

✒️ इसके बाद स्क्रीन पर शर्ते आने पर उन शर्तो को ध्यान से पढ़ें और “I Accept” बटन पर क्लिक करें।

✒️शिकायत में जो जानकारी आपसे मांगी जाये उसे भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।

✒️ इसके बाद शिकायत के नीचे आने वाले सबमिट बटन पर क्लिक करें.

✒️शिकायत सबमिट करने के बाद आपको एक शिकायत नंबर (Reference Number) मिलेगा।

✒️महिलाओं और बच्चों से जुड़े मामलों के लिए “Report Women/Child Related Crime” पर क्लिक करें। 

✒️आप चाहें तो गुमनाम (anonymous) रूप से भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

🌑 स्टेप 4: नजदीकी पुलिस थाने में FIR दर्ज करें

✒️अगर आपके पास ये तकनीकी सुविधा या जानकारी नहीं है या फिर मामला ज्यादा गंभीर है और बहुत बड़ी रकम की ठगी हुई है, तो अपने नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन या थाने में जाकर FIR दर्ज कराएं। ऑनलाइन शिकायत के  संदर्भ संख्या Reference Number को FIR में जरूर शामिल करें। अगर पुलिस FIR दर्ज नहीं करती, तो उच्च अधिकारियों या SP/DCP से संपर्क करें।

🌑 स्टेप 5: अपनी शिकायत की स्थिति ट्रैक करें-

✒️ शिकायत दर्ज करने के बाद मिले Reference Number का उपयोग करके आप शिकायत की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।

✒️आगे की जानकारी और अपडेट्स ईमेल या SMS के जरिए आपको मिलती रहेंगी।

🌑 स्टेप 6: राज्य-विशेष पोर्टल और ऐप्स का उपयोग करें

✒️कुछ राज्यों में विशेष पोर्टल और एप्स बनाकर साइबर ठगी की शिकायत दर्ज किये जाने की व्यवस्था की गई है-

✒️UP COP App – उत्तर प्रदेश

✒️Jansunwai Portal – http://jansunwai.up.nic.in

🌑 स्टेप 7: ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज करें- 

✒️महिलाओं से संबंधित मामले ईमेल द्वारा भी भेज सकते हैं:

📧 complaint-mwcd@gov.in

✒️इसके अलावा, भारत के हर राज्य में Cyber Nodal Officers नियुक्त किए गए हैं। उनका ईमेल और संपर्क सूची भारत सरकार की साइबर सुरक्षा वेबसाइट पर उपलब्ध है.

🌑 स्टेप 8: डिजिटल सुरक्षा बनाए रखें

✒️शिकायत दर्ज करने के बाद अपने सभी पासवर्ड बदलें।

✒️ अपने बैंक को सूचित करें और कार्ड ब्लॉक करें।

✒️ अपने मोबाइल/लैपटॉप में एंटीवायरस स्कैन करें।

✒️ किसी भी संदिग्ध कॉल या लिंक से सतर्क रहें।

✒️ किसी भी अनजान नंबर से आने वाली व्हाट्सएप्प वीडियो कॉल को रिसीव न करें.

🌑 सरकार का मजबूत कदम- फ्रॉड के खिलाफ तेज कार्रवाई

✒️सरकार द्वारा साइबर वित्तीय अपराधों पर तेज़ और स्वतः कार्रवाई के लिए e-Zero FIR पहल शुरू की गई है.

✒️ अब NCRP राष्ट्रीय अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल या 1930 नंबर पर दर्ज शिकायतें (शुरुआत में ₹10 लाख से अधिक के मामलों के लिए)।स्वतः FIR में तब्दील हो जाएंगी 

✒️e-zero FIR से अपराधी की पहचान और गिरफ्तारी की प्रक्रिया में अभूतपूर्व तेजी आएगी। 

✒️ e-Zero FIR की पहल साइबर अपराध पीड़ितों के लिए बहुत बड़ी राहत है, विशेष रूप से तब जब स्थानीय पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराने में देरी या इंकार करती है.

🌑 अब आप कुछ महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर नोट कीजिये जिनका इस्तेमाल आप साइबर ठगी का शिकार होने पर साइबर अपराधियों के खिलाफ कर सकते हैं-

✒️साइबर क्राइम हेल्पलाइन -1930

✒️ आपातकालीन पुलिस सेवा -112

✒️महिला हेल्पलाइन-1090 / 181

✒️बच्चों के लिए हेल्पलाइन -1098

✒️ मुख्यमंत्री जनसुनवाई -1076

 साइबर फ्रॉड का शिकार बनने पर तुरंत कार्रवाई जरुरी है. 24 घंटे के अंदर या फिर जितनी जल्दी हो सके आप रिपोर्ट करें, जिससे साइबर ठग आपके पैसे को म्यूल खातों में ट्रांसफर न कर सके और पुलिस को आपके पैसे के ट्रांजेक्शन डिटेल्स की ज्यादा सर्च न करनी पड़े इससे आपके पैसे की रिकवरी और अपराधी को पकड़ने में पुलिस भी जल्द सफलता प्राप्त कर पायेगी.

🌑 आवश्यक जानकारी-

आप जल्दी में राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करते हैं, cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करते हैं, किन्तु इसके बाद भी आपके द्वारा अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराना जरुरी है.

🌑 साइबर ठगी की FIR दर्ज कराने का महत्व-

✒️ बिना FIR के कानूनी प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायेगी.

✒️ बैंक खाते में रुके हुए फंड या वापस हो चुका धन, आप बगैर FIR वापस प्राप्त नहीं कर सकते।

 इस तरह FIR दर्ज कराना आपके पैसे की वापसी और कानूनी कार्रवाई के लिए अनिवार्य है। इसलिए इन सभी स्टेप्स को समझते हुए साइबर ठगी का मुकाबला करें और साइबर जागरूकता से स्वयं, समाज और देश का हित करें.

साइबर सुरक्षा, साइबर जागरूकता आज की आवश्यकता है, इसे जानें और साइबर जागरूकता से जुडी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के लिए @cybershalini -you tube channal और ब्लॉग http://cyberdigital28.blogspot.com को फॉलो करें.

धन्यवाद 🙏🙏

द्वारा

शालिनी कौशिक

एडवोकेट

कैराना (शामली)


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