साइबर क्राइम आपके करीब


अपराध को कई प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसे हिंसक अपराध, संपत्ति अपराध, व्हाइट-कॉलर अपराध, संगठित अपराध और अब नए अपराध साइबर अपराध,  प्रत्येक श्रेणी के भीतर, कई विशिष्ट अपराध भी मौजूद हैं. 

यहाँ अपराध के कुछ प्रमुख प्रकारों का विस्तार से विवरण दिया गया है:

➡️ हिंसक अपराध:

इसमें हत्या, यौन अपराध, डकैती, गंभीर हमला शामिल हैं. 

➡️ संपत्ति अपराध:

इसमें सेंधमारी, मोटर वाहन चोरी, आगजनी शामिल हैं. 

➡️ व्हाइट-कॉलर अपराध:

इसमें कॉर्पोरेट धोखाधड़ी, कर चोरी, कर्मचारी चोरी शामिल हैं. 

➡️ संगठित अपराध:

यह आपराधिक संगठनों की अवैध गतिविधियों से जुड़ा है, जैसे कि अवैध सामान और सेवाओं की आपूर्ति. 

➡️ साइबर अपराध:

   इसमें फिशिंग, हैकिंग, साइबर बुलिंग, डिजिटल अरेस्ट आदि अपराध शामिल हैं.

इसके अतिरिक्त, अपराध को संज्ञेय अपराध (जहाँ आप बिना वारंट के गिरफ्तार किए जा सकते हैं), असंज्ञेय अपराध (जहाँ गिरफ्तारी के लिए वारंट की आवश्यकता होती है), जमानती अपराध (जहाँ जमानत एक अधिकार है), और गैर-जमानती अपराध (जहाँ जमानत का अधिकार नहीं है) में भी वर्गीकृत किया जा सकता है.

     आज साइबर अपराधियों ने सारे विश्व जगत मे तहलका मचा रखा है, जिस तरफ देखिये साइबर क्राइम का ही शोर है. अखबारों मे साइबर क्राइम को विशेष कवरेज दिया जाता है, पुलिस साइबर क्राइम रोकने के लिए कार्यशालाएं आयोजित कर रही है, यहाँ तक कि पूरे उत्तर प्रदेश में लगभग सभी जिलों में साइबर थाने स्थापित किये गए हैं. फोन की कॉलर ट्यून में मशहूर बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज में लोगों को साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है. ऐसे में सबसे जरुरी यह जानना हो जाता है कि आखिर ये साइबर अपराध है क्या? जिन्हें विस्तार से जानने के लिए हमें इन दोनों शब्दों के बारे में अलग अलग जानना होगा. इसलिए पहले हम विस्तार में जाते हैं साइबर शब्द के

➡️ साइबर का अर्थ: 

"साइबर" शब्द का अर्थ होता है "कंप्यूटर, कंप्यूटर नेटवर्क, या आभासी वास्तविकता" से संबंधित या इसमें शामिल। यह शब्द अक्सर "साइबरस्पेस" (virtual space), "साइबर अपराध" (cybercrime), और "साइबर सुरक्षा" (cyber security) जैसे शब्दों में उपयोग किया जाता है। 

➡️ साइबर शब्द को आप इस तरह से भी समझ सकते हैं-

🌑 साइबरस्पेस:

यह एक कंप्यूटर नेटवर्क (जैसे इंटरनेट) या आभासी वास्तविकता में मौजूद स्थान है। 

🌑 साइबर अपराध:

यह कंप्यूटर और कंप्यूटर नेटवर्क का उपयोग करके किए गए अपराधों का एक रूप है, जैसे कि हैकिंग, फ़िशिंग, या डेटा चोरी। 

🌑 साइबर सुरक्षा:

यह कंप्यूटर सिस्टम और नेटवर्क को सुरक्षित रखने और डेटा को साइबर खतरों से बचाने के लिए की जाने वाली प्रक्रिया है।

➡️ अब आते हैं अपराध शब्द के विस्तार पर: 

अपराध एक ऐसा कार्य है जो कानून द्वारा निषिद्ध और दंडनीय है। यह एक ऐसा व्यवहार है जो समाज के लिए हानिकारक माना जाता है, और जिसके लिए व्यक्ति को कानूनी दंड का सामना करना पड़ता है। विकिपीडिया से अपराध के बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार-

🌑 अपराध या दंडाभियोग (crime) की परिभाषा भिन्न-भिन्न रूपों में की गई है; यथा,

🌑 दंडाभियोग समाजविरोधी क्रिया है;

🌑 समाज द्वारा निर्धारित आचरण का उल्लंघन या उसकी अवहेलना दंडाभियोग है;

🌑 यह ऐसी क्रिया या क्रिया में त्रुटि है, जिसके लिये दोषी व्यक्ति को कानून द्वारा निर्धारित दंड दिया जाता है अर्थात अपराध कानूनी नियमों कानूनों के उल्लंघन करने की नकारात्मक प्रक्रिया है जिससे समाज के सभ्य तत्वों का विनाश होता है ।

🌑 इन परिभाषाओं के अनुसार किसी नगरपालिका के बनाए नियमों का उल्लंघन कर यदि कोई रात में बिना बत्ती जलाए साइकिल पर नगर की सड़क पर चले अथवा बिना पर्याप्त कारण के ट्रेन की जंजीर खींचकर गाड़ी खड़ी कर दे, तो वह भी उसी प्रकार दोषी माना जाएगा, जिस तरह कोई किसी की हत्या करने पर। किंतु साधारण अर्थ में लोग दंडाभियोग को हत्या, डकैती आदि जघन्य अपराधों के पर्याय के रूप में ही लेते हैं। लौकिक मत के अनुसार कोई चालक यदि तेजी एवं असावधानी से मोटर चलाते हुए किसी को अपनी गाड़ी से कुचल दे तो वह अपराधी नहीं कहा जा सकता, यदि उसके मन में अपराध करने की भावना न रही हो। जब हम गलती करते हैं तब वह अपराध कहलाता है

➡️ अपराध के प्रमुख पहलू:

🌑 कानून का उल्लंघन:

अपराध वह कार्य है जो कानून के नियमों, विनियमों या संहिताओं का उल्लंघन करता है। 

🌑 नुकसान पहुंचाना:

अपराध में किसी व्यक्ति, संपत्ति, या समाज को शारीरिक, मानसिक, या आर्थिक नुकसान पहुंचाना शामिल हो सकता है। 

🌑 दंडनीय:

अपराध के लिए कानून द्वारा निर्धारित दंड, जैसे कि जुर्माना, कारावास, या अन्य सजाएं दी जाती हैं। 

🌑 अपराध के विभिन्न प्रकार:

अपराध कई प्रकार के होते हैं, जिनमें चोरी, मारपीट, हत्या, धोखाधड़ी, साइबर क्राइम आदि शामिल हैं। 

🌑 सामाजिक प्रभाव:

अपराध का समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे भय, असुरक्षा, और अशांति फैलती है। 

      इस प्रकार अपराध वह कार्य है जो क़ानून द्वारा प्रतिबंधित है और जिसके करने पर क़ानून द्वारा दंडित किया जाता है. जब से सभ्यता विकसित हुई है, अपराध की भी उत्पत्ति तभी से है और जैसे जैसे इंसान ने तरक्की की, अपराध के तौर तरीके बदलते चले गए. आज कम्प्यूटर विश्व की प्रथम आवश्यकता है और इसीलिए कंप्यूटर जनित अपराध दिनोदिन प्रगति की राह पर हैं, ये कंप्यूटर जनित अपराध ही आज साइबर अपराध के नाम से बच्चों-बुजुर्गो, स्त्री-पुरुष के बैंक अकाउंट पर भारी पड़ रहे हैं और कहीं कहीं ये इंसानी जिंदगी को भी लील रहे हैं.

अब अगर हम विश्व जगत में साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए क़ानून की बात करते हैं तो हम निम्न स्थिति पाते हैं -

➡️ साइबर कानून-

     साइबर क़ानून को इंटरनेट कानून या डिजिटल कानून भी कहा जाता है, यह एक ऐसा कानूनी ढांचा है जो इंटरनेट और अन्य डिजिटल तकनीकों के माध्यम से होने वाली गतिविधियों और लेनदेन को नियंत्रित करता है. इसमें साइबर अपराध, साइबर सुरक्षा, डेटा गोपनीयता और ऑनलाइन गतिविधियों से संबंधित कई मुद्दे शामिल किये गए हैं. 

➡️ साइबर कानून के क्षेत्र:

साइबर कानून के अंतर्गत कई विषय शामिल किये गए हैं, जैसे:

🌑 साइबर अपराध: 

      हैकिंग, फ़िशिंग, पहचान की चोरी, डेटा हैकिंग, और अन्य ऑनलाइन अपराध. 

🌑 साइबर सुरक्षा:

     कंप्यूटर और नेटवर्क को ऑनलाइन खतरों से सुरक्षित रखना. 

🌑 डेटा गोपनीयता

    व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखने और गोपनीयता बनाए रखने के लिए नियम. 

🌑 ऑनलाइन अनुबंध: 

    ई-कॉमर्स, डिजिटल हस्ताक्षर, और ऑनलाइन लेनदेन से संबंधित नियम. 

🌑 बौद्धिक संपदा: 

     कॉपीराइट, पेटेंट, और ट्रेडमार्क की ऑनलाइन रक्षा. 

🌑 अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता: 

        ऑनलाइन सामग्री पर नियंत्रण. 

🌑 क्षेत्राधिकार:

       साइबर अपराधों में न्यायिक क्षेत्र का निर्धारण. 

➡️ साइबर कानून का महत्व:

साइबर कानून ऑनलाइन गतिविधियों को सुरक्षित और कानूनी सीमाओं के भीतर रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह लोगों और व्यवसायों को ऑनलाइन खतरों से बचाता है, और यह ऑनलाइन वातावरण में विश्वास बनाए रखने में मदद करता है ताकि आम जन जीवन निश्चित होकर सूचना प्रोद्योगिकी का इस्तेमाल कर सके और अपराधी तत्व अपराध के पकड़े जाने को लेकर भयभीत हो और अपनी आपराधिक मनोवृति की सफलता को लेकर सशंकित रहे.

➡️ साइबर कानून के उदाहरण:

🌑 सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 (भारत): यह भारत में ई-कॉमर्स और साइबर अपराध से संबंधित एक महत्वपूर्ण कानून है. 

🌑 डेटा संरक्षण अधिनियम, 2018 (यूके): 

  यह यूके में व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखने के लिए एक कानून है. 

🌑 सामान्य डेटा संरक्षण विनियम (GDPR): 

यह यूरोपीय संघ में डेटा संरक्षण के लिए एक व्यापक कानून है.

जबरदस्त जानकारी के साथ नई पोस्ट -आगे बड़ी जानकारी के लिए जुड़े रहिये इस ब्लॉग से और अपनी समस्याएं साझा कीजिये कमेंट सेक्शन में.

धन्यवाद 🙏🙏

द्वारा 

शालिनी कौशिक 

एडवोकेट 

कैराना (शामली )


टिप्पणियाँ

  1. बहुत जबरदस्त जानकारी दी है आपने , आगे भी हमारा ऐसे ही मार्गदर्शन करते रहें, धन्यवाद 🙏🙏

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    1. प्रतिक्रिया दे कर हौसला बढ़ाने के लिए हार्दिक धन्यवाद 🙏🙏

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